स्व-सहायता समूह सुपरपावर: 21 दिन में बनिए प्रभावशाली लीडर
🎓 स्व-सहायता समूह सुपरपावर: 21 दिन में बनिए प्रभावशाली लीडर
(कैसे करे स्व. सहायता समूह का प्रबंधन)
Table of Conent
🌾परिचय:
🧭 आप क्या सीखेंगे?
📚 कोर्स की खास बातें:
🌿 किसके लिए है यह कोर्स?
🌐 कोर्स उपलब्ध है यहां:
🧩 कोर्स संरचना:
📚 अतिरिक्त संसाधन:
🎮 इंटरएक्टिव तत्व:
🌾 नेतृत्व की ओर बढ़ता एक सामूहिक कदम
परिचय
यह कोर्स ग्रामीण समुदायों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिलाओं के समूहों और NGO प्रतिनिधियों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो अपने स्व-सहायता समूह या Self Help Group (SHG) को कुशलतापूर्वक संगठित और संचालित करना चाहते हैं। SHG एक सशक्त उपकरण है जो आर्थिक स्वतंत्रता, सामाजिक एकता और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देता है।
जब एक स्व-सहायता समूह संगठित होता है, तो उसके सदस्य आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर होते हैं। स्व-सहायता समूह न केवल बचत और ऋण की सुविधा देते हैं, बल्कि नेतृत्व, भागीदारी और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देते हैं। इस कोर्स के माध्यम से प्रतिभागी सीखेंगे कि एक स्व-सहायता समूह को कैसे कुशलतापूर्वक स्थापित किया जाए, संचालन किया जाए और उसे लंबे समय तक प्रभावशाली बनाए रखा जाए।
यह कोर्स ऐसे मॉडल प्रस्तुत करता है जो स्व-सहायता समूह को टिकाऊ, पारदर्शी और समुदाय उन्मुख बनाते हैं। स्व-सहायता समूह की चुनौतियों को समझना, समाधान विकसित करना, और व्यावहारिक उदाहरणों से सीखना इस कोर्स की विशेषता है। जब हर स्व-सहायता समूह अपने उद्देश्य को समझे और टीम भावना से कार्य करे, तब सामाजिक बदलाव संभव होता है।
इस कोर्स के माध्यम से हर प्रतिभागी अपने स्व-सहायता समूह को एक प्रेरक शक्ति बना सकता है जो आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से समृद्ध हो।
स्व-सहायता समूह के भविष्य की दिशा यही है — सहभागिता, समझदारी और सशक्तिकरण

🧭 आप क्या सीखेंगे?
- ✅ स्व-सहायता समूह की अवधारणा: इसका उद्देश्य, संरचना और सामुदायिक भूमिका
- ✅ समूह का गठन और सदस्य चयन: पारदर्शिता और समावेशिता के सिद्धांतों के साथ
- ✅ वित्तीय प्रबंधन: बचत, ऋण, फंड का सही उपयोग और खाता संचालन
- ✅ बैठक संचालन: एजेंडा तय करना, संवाद कौशल और निर्णय लेने की प्रक्रिया
- ✅ रिकॉर्ड रखरखाव: रजिस्टर, वित्तीय लॉग, मीटिंग नोट्स और रिपोर्टिंग
- ✅ नेतृत्व कौशल: समूह के भीतर दिशा देने, प्रेरणा और विश्वास निर्माण की कला
- ✅ सामाजिक और आर्थिक प्रभाव: SHG के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण और समुदाय का विकास
📚 कोर्स की खास बातें:
- सरल भाषा में वीडियो कंटेंट
- व्यावहारिक उदाहरण और केस स्टडी
- DIY गतिविधियां और छोटे मूल्यांकन
- मोबाइल और लैपटॉप दोनों पर सुलभ
- बिल्कुल शुरुआत करने वालों के लिए उपयुक्त
🌿 किसके लिए है यह कोर्स?
- महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य
- NGO और CBO कार्यकर्ता
- पंचायत और ग्रामीण नेतृत्व
- कृषि और आजीविका से जुड़े प्रशिक्षक
- जो भी अपने समुदाय में प्रभाव लाना चाहते हैं
🌐 कोर्स उपलब्ध है यहां:
https://www.eheclass.net
🧩 कोर्स संरचना:
1. पाठ 1: स्वयं सहायता समूह क्या होता है?
- SHG की परिभाषा, उद्देश्य और भूमिका
- SHG के प्रकार: महिला समूह, कृषक समूह आदि
- प्रेरक उदाहरणों के माध्यम से समझना
2. पाठ 2: समूह गठन की प्रक्रिया
- सदस्य चयन, न्यूनतम शर्तें
- नियमावली और समूह संस्कृति
- नेतृत्व का चयन और भूमिका
3. पाठ 3: वित्तीय प्रबंधन
- समूह बचत और ऋण प्रणाली
- बैंक से जुड़ाव और खाता संचालन
- लेखा-जोखा और पारदर्शिता
4. पाठ 4: बैठकों और निर्णय प्रक्रिया का संचालन
- नियमित बैठकें कैसे करें
- एजेंडा, चर्चा और सहमति निर्माण
- संवाद और विवाद समाधान के उपाय
5. पाठ 5: क्षमता निर्माण और सशक्तिकरण
- प्रशिक्षण, कार्यशालाएं और स्किल डेवलपमेंट
- उद्यमिता के लिए अवसर: कृषि, हस्तशिल्प, सेवाएं आदि
- आत्मनिर्भरता की ओर कदम
6. पाठ 6: डिजिटल टूल्स और आधुनिक तकनीक
- मोबाइल ऐप, UPI, डिजिटल रिकॉर्ड की जानकारी
- ऑनलाइन मार्केटिंग और बिक्री के साधन
7. पाठ 7: सफलता की कहानियाँ
- भारत के विभिन्न राज्यों के प्रेरक SHG मॉडल
- सीखें, अपनाएं, आगे बढ़ें
📚 अतिरिक्त संसाधन:
- वर्कशीट और चेकलिस्ट
- छोटे-छोटे वीडियो और पॉडकास्ट
- DIY अभ्यास जैसे समूह बजट बनाना, बैठक आयोजित करना
🎮 इंटरएक्टिव तत्व:
- गेमिफिकेशन: क्विज़, लीडरबोर्ड, बैज
- परिस्थिति आधारित अभ्यास (Scenario-Based Learning)
- मूल्यांकन: हर पाठ के बाद छोटा टेस्ट
🌾 नेतृत्व की ओर बढ़ता एक सामूहिक कदम
स्व-सहायता समूहों की भूमिका आज के ग्रामीण और सामाजिक विकास परिदृश्य में अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। ये न केवल आर्थिक स्वतंत्रता का माध्यम हैं बल्कि आत्म-सम्मान, समुदायिक एकता और नेतृत्व कौशल को विकसित करने का भी जरिया हैं। यह कोर्स — कैसे करें स्व-सहायता समूह का प्रबंधन — इन्हीं उद्देश्यों को साकार करने की एक ठोस कोशिश है।
इस प्रशिक्षण में आपने जाना कि SHG कैसे बनता है, कैसे सदस्यों का चयन किया जाता है, और किस प्रकार एक समूह अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ सकता है। आपने सीखा कि प्रभावी बैठकें, सही वित्तीय प्रबंधन, पारदर्शिता और संवाद कौशल कैसे किसी साधारण समूह को असाधारण बना सकते हैं।
आपने नेतृत्व की परिभाषा को समझा — जो केवल निर्देश देने का नाम नहीं, बल्कि प्रेरणा देने, विश्वास बनाने और सामूहिक निर्णयों को सशक्त करने की क्षमता है। SHG में नेतृत्व एक महिला के भीतर आत्मविश्वास जगाता है, एक युवा को समाजसेवा की राह पर बढ़ने का साहस देता है, और एक समुदाय को समृद्धि की दिशा में संगठित करता है।
इस कोर्स के हर भाग ने व्यवहारिक दृष्टिकोण अपनाया — जिससे आप केवल सिद्धांत नहीं, समाधान भी सीखते हैं। उदाहरणों, DIY गतिविधियों, केस स्टडीज़ और सहज भाषा ने इस सीख को ज़मीनी हकीकत से जोड़ दिया है।
अब, जब आपने यह कोर्स पूरा कर लिया है, तो यह सिर्फ एक अध्ययन नहीं, बल्कि एक आंदोलन का हिस्सा बनने जैसा है। आप न केवल अपने SHG को बेहतर दिशा दे सकते हैं, बल्कि अन्य समूहों, गांवों और समुदायों में भी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
यह आपकी यात्रा की शुरुआत है — जहाँ आप परिवर्तन के वाहक हैं। आपके पास अब वह दृष्टि, साधन और कौशल हैं, जो सामुदायिक समृद्धि का मार्ग खोलते हैं।
तो आइए, अब रुकिए मत —
अपने समूह की बैठक में इस ज्ञान को साझा कीजिए,
नई योजनाएं बनाइए,
आर्थिक अवसरों को तलाशिए,
और समाज में नेतृत्व की एक नई मिसाल बनाइए।
🎓 स्व-सहायता समूह प्रबंधन केवल एक कोर्स नहीं — यह सामर्थ्य की आवाज है, जो हर गाँव, हर घर, हर दिल तक पहुँचनी चाहिए 🎓
- 7 Sections
- 19 Lessons
- 10 Weeks
- पाठ 1: स्वयं सहायता समूह क्या होता है?3
- पाठ 2: समूह गठन की प्रक्रिया3
- पाठ 3: वित्तीय प्रबंधन3
- पाठ 4: बैठकों और निर्णय प्रक्रिया का संचालन3
- पाठ 5: क्षमता निर्माण और सशक्तिकरण3
- पाठ 6: डिजिटल टूल्स और आधुनिक तकनीक2
- पाठ 7: सफलता की कहानियाँ3

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