🎨बचपन की उड़ान: स्क्रीन से आज़ादी की ओर
📱प्रस्तावना:
बचपन एक उड़ान है — कल्पनाओं की, खेलों की, कहानियों की और रिश्तों की। यह वह समय है जब बच्चे दुनिया को अपनी आंखों से नहीं, अपने दिल से देखते हैं। लेकिन आज का बचपन एक नई चुनौती से जूझ रहा है: स्क्रीन की कैद। मोबाइल, टैबलेट और टीवी ने बच्चों की दुनिया को सीमित कर दिया है। वे अब मैदानों की मिट्टी से नहीं, स्क्रीन की चमक से जुड़ते हैं। यह बदलाव सिर्फ आदतों का नहीं, बल्कि मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास का भी है।
“बचपन की उड़ान: स्क्रीन से आज़ादी की ओर“ एक ऐसा ऑनलाइन कोर्स है जो बच्चों को डिजिटल लत से मुक्त कर एक स्वस्थ, रचनात्मक और आत्मनिर्भर जीवन की ओर प्रेरित करता है। यह कोर्स माता-पिता, शिक्षकों और बच्चों को मिलकर एक ऐसा रास्ता दिखाता है जहाँ तकनीक का संतुलित उपयोग हो और बचपन अपनी असली उड़ान भर सके।
Mobile यानी मौत 📵 कम Use करो || Guidance by Avadh Ojha Sir
🌈 कोर्स की विशेषताएं:
- 7 प्रमुख चरणों में स्क्रीन डिटॉक्स: हर चरण में एक नई सोच, एक नई गतिविधि और एक नया अनुभव।
- खेल, कला और संवाद आधारित अभ्यास: बच्चों को रचनात्मकता और सामाजिक जुड़ाव की ओर प्रेरित करना।
- माता-पिता के लिए मार्गदर्शन सत्र: बच्चों के व्यवहार को समझने और उन्हें सहयोग देने के लिए व्यावहारिक सुझाव।
- डिजिटल संतुलन की शिक्षा: तकनीक को दुश्मन नहीं, साथी बनाना सिखाया जाएगा।
- सामूहिक गतिविधियाँ: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने की प्रेरणा।
🎯 कोर्स का उद्देश्य:
👨👩👧👦 किसके लिए है यह कोर्स?
- 6 से 14 वर्ष के बच्चों के माता-पिता
- शिक्षक, बाल मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कार्यकर्ता
- वे परिवार जो बच्चों के डिजिटल व्यवहार को लेकर चिंतित हैं
“बचपन की उड़ान” सिर्फ एक कोर्स नहीं, एक नई शुरुआत है।
🌱 इस कोर्स की प्रमुख बातें:
- 21 दिन का चरणबद्ध मार्गदर्शन: हर दिन एक नया कदम, एक नई गतिविधि और एक नई प्रेरणा।
- माता-पिता के लिए विशेष टिप्स: बच्चों के व्यवहार को समझने और उन्हें सहयोग देने के लिए मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण।
- खेल, कला और ध्यान आधारित अभ्यास: बच्चों को स्क्रीन से हटाकर रचनात्मकता और आत्म-चेतना की ओर प्रेरित करना।
- सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने की आदतों को पुनर्जीवित करना।
- डिजिटल संतुलन की शिक्षा: तकनीक का सकारात्मक उपयोग कैसे करें, यह भी सिखाया जाएगा।
❤️ एक भावनात्मक अपील:
DNA: बच्चों के मोबाइल देखने पर AIIMS की डराने वाली रिपोर्ट | AIIMS On Smartphone Addiction | Hindi
बचपन सिर्फ एक उम्र नहीं, एक अनुभव है — जो जीवन भर साथ रहता है। क्या हम अपने बच्चों को ऐसा बचपन दे रहे हैं जो उन्हें याद रहे? या ऐसा बचपन जो स्क्रीन के पीछे खो जाए?
अब समय है बदलाव का।
आइए, मिलकर बच्चों को दें एक मोबाइल मुक्त, रचनात्मक और खुशहाल बचपन। अगर आप चाहें तो मैं इस प्रस्तावना को एक आकर्षक वीडियो स्क्रिप्ट या ब्लॉग पोस्ट में भी बदल सकता हूँ। Shall we take it to the next step? 🎬
हम जानेंगे कि बच्चों के लिए “स्कैम्पर तकनीक (SCAMPER)” कैसे काम करती है, जो एक प्राचीन और प्रभावी तरीका है किसी भी विचार को नया रूप देने का। इसके साथ ही हम डिजिटल युग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन ऐप्स और टूल्स का भी परिचय देंगे जो बच्चों की सोच और रचनात्मकता को बढ़ा सकते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि आपके बच्चे की आंखों में जो चमक थी, वह अब स्क्रीन की रोशनी में क्यों खो गई?
क्या वह हँसी, जो खेलते समय गूंजती थी, अब सिर्फ वीडियो देखकर आती है?
अब समय है उस उड़ान को लौटाने का।
आइए, मिलकर बच्चों को दें एक ऐसा बचपन — जो उन्हें याद रहे, जो उन्हें उड़ने दे।
कोर्स का एक और विशेष भाग यह भी है कि यह आपको सिखाएगा कि बच्चों की रचनात्मकता को कैसे मापा जाए और उसका सम्मानपूर्वक मूल्यांकन कैसे किया जाए। अक्सर हम बच्चों के काम की तुलना अन्य बच्चों से करते हैं, जिससे वे या तो श्रेष्ठता का भ्रम पाल लेते हैं या हीनभावना में चले जाते हैं। इस कोर्स में हम जानेंगे कि प्रशंसा कैसे की जाए, सकारात्मक फीडबैक कैसे दिया जाए, और बच्चों को आलोचना से बिना आहत किए आगे बढ़ने के लिए कैसे प्रेरित किया जाए।
इस कोर्स का अंतिम सप्ताह समर्पित होगा “सतत रचनात्मक विकास” पर। रचनात्मकता कोई एक बार सिखा देने वाली चीज़ नहीं है, यह एक जीवनशैली है। हम सीखेंगे कि कैसे बच्चों के लिए “क्रिएटिव पोर्टफोलियो” तैयार किया जाए, जिसमें उनके विचारों, चित्रों, लेखों और खोजों को संजोया जा सके। यह पोर्टफोलियो न केवल बच्चे के लिए उत्साह का स्रोत होगा, बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी यह एक खजाना होगा यह समझने के लिए कि बच्चा कैसे सोचता है।
अंततः, यह कोर्स केवल बच्चों के मस्तिष्क को नहीं, उनके हृदय को भी स्पर्श करने की कोशिश करता है। क्योंकि रचनात्मकता केवल बाहर से कुछ नया बनाने की प्रक्रिया नहीं है, यह भीतर से कुछ महसूस करने और उसे व्यक्त करने की क्रिया है। जब बच्चे अपनी भावनाओं को शब्दों, रंगों या ध्वनियों के माध्यम से अभिव्यक्त करना सीखते हैं, तो वे अधिक संवेदनशील, करुणामय और समझदार इंसान बनते हैं – और यही तो हमें एक बेहतर समाज की ओर ले जाता है।
यदि आप चाहते हैं कि अगली पीढ़ी केवल रटंत विद्या से भरी न हो, बल्कि वह सोचने, महसूस करने और रचने में सक्षम हो – तो यह कोर्स आपके लिए है। आइए, बच्चों की आँखों में चमक, दिमाग में उड़ान और दिल में रचनात्मकता भरने की इस यात्रा में हम आपके साथ हैं।
📚 कोर्स की अवधि:
4 सप्ताह (हर सप्ताह 3 सेशन, कुल 12 सेशन)
🧠 क्यों है यह कोर्स बच्चों के लिए विशेष:
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व्यावहारिक गतिविधियों पर आधारित
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रचनात्मक खेल, ड्राइंग, कहानी और कल्पना की तकनीकें
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वास्तविक जीवन उदाहरणों और केस स्टडीज पर आधारित
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आसान भाषा और बच्चों के अनुकूल दृष्टिकोण
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माता-पिता और शिक्षकों के लिए सुझाव और दिशानिर्देश
🧩 कोर्स की इकाइयाँ (Modules):
सप्ताह 1: रचनात्मक सोच की समझ
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रचनात्मकता क्या है? बच्चों के लिए इसका क्या महत्व है?
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बच्चों में कल्पनाशीलता को कैसे पहचानें?
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“मैं क्यों नहीं कर सकता?” सोच से बाहर निकालना
सप्ताह 2: प्रेरक वातावरण का निर्माण
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अभिभावकों का दृष्टिकोण और बच्चों की सोच पर प्रभाव
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कक्षा और घर में रचनात्मकता के लिए सकारात्मक वातावरण
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“गलती करने की आज़ादी” – रचनात्मकता का मूल मंत्र
सप्ताह 3: क्रिएटिव टेक्निक्स और एक्टिविटीज
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सोचने के 6 तरीके: स्कैम्पर टेकनीक (SCAMPER Technique)
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आर्ट, म्यूजिक, मूवमेंट और थियेटर के माध्यम से सोच का विस्तार
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‘What If’ खेल: बच्चों को सवाल पूछने के लिए प्रेरित करना
सप्ताह 4: सतत विकास और मूल्यांकन
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रचनात्मकता को कैसे मापा जाए?
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बच्चों को आलोचना के बिना फीडबैक देना
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डिजिटल टूल्स और ऐप्स जो रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं
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कोर्स समापन: रचनात्मक पोर्टफोलियो बनाना
🧒 किनके लिए है यह कोर्स?
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3–12 वर्ष तक के बच्चों के माता-पिता
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स्कूल के शिक्षक (Pre-primary से Grade 5 तक)
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चाइल्ड साइकोलॉजी या एजुकेशन स्टूडेंट्स
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बाल-संस्थान या NGO कार्यकर्ता
🛠️ आप क्या सीखेंगे? (Learning Outcomes):
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बच्चों की रचनात्मकता को पहचानने और निखारने की तकनीकें
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बच्चों को बिना डर के सोचने, सवाल करने और जवाब ढूंढने की आदत डालना
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रचनात्मकता के बाधक तत्वों को दूर करना
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शिक्षा को खेल और कल्पना से जोड़ना
📝 कोर्स सामग्री (Course Material):
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Printable Worksheets (खेल और गतिविधियाँ)
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वीडियो और एनिमेशन
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अभिभावकों और शिक्षकों के लिए गाइडबुक
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बच्चों के लिए प्रेरणादायक कहानियाँ
🎁 बोनस में मिलेगा:
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“रचनात्मकता डायरी” (Creativity Diary) फॉर्मेट
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“Parent-Child Creativity Calendar” (30 दिनों की एक्टिविटीज)
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फ्री सर्टिफिकेट ऑफ कंप्लीशन
📲 कोर्स किस प्लेटफॉर्म पर मिलेगा?
eHeClass.net या आपके द्वारा सुझाए गए Learning App/Website पर।
✅ अंतिम विचार:
रचनात्मक सोच केवल एक कौशल नहीं है – यह एक जीवनशैली है, एक दृष्टिकोण है जो हर व्यक्ति को अपनी संभावनाओं को पहचानने, परिभाषित करने और उन्हें साकार करने की शक्ति देता है। जब बच्चे सोचने, सवाल करने और कल्पना करने की आज़ादी पाते हैं, तो वे केवल पाठ्यक्रम पूरा करने वाले विद्यार्थी नहीं बनते – वे नवाचारकर्ता, कलाकार, वैज्ञानिक, संवेदनशील नेता और परिवर्तन के वाहक बनते हैं।
यह कोर्स उन्हीं बीजों को बोने का प्रयास है, जिन्हें यदि सही वातावरण और देखभाल मिले, तो वे विचारों के वृक्ष बनकर समाज को नई दिशा दे सकते हैं। हम यहां सिर्फ तथ्यों और आंकड़ों की शिक्षा नहीं दे रहे – हम सोचने के तरीके, समाधान खोजने की कला, और भावनात्मक बुद्धिमत्ता को विकसित करने की पहल कर रहे हैं। बच्चों को ऐसे सवाल पूछने के लिए प्रेरित किया जाएगा जिनके जवाब उन्हें खुद तलाशने होंगे – यही तो सच्ची शिक्षा है।
यह पाठ्यक्रम उन शिक्षकों, माता-पिता, और समुदाय के उन सदस्यो के लिए तैयार किया गया है जो अगली पीढ़ी को सिर्फ ‘जानकार’ नहीं बल्कि ‘विचारशील’ बनाना चाहते हैं। हम रचनात्मकता को हर विषय – चाहे वह गणित हो, सामाजिक विज्ञान, भाषाएँ या डिजिटल टेक्नोलॉजी – में पिरोना सीखेंगे। यह कोर्स रणनीतियों, गतिविधियों और अभ्यासों का ऐसा संग्रह है जो बच्चों के भीतर खोजी प्रवृत्ति को जगाता है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाता है।
सच्ची शिक्षा तब होती है जब बच्चे सोचने लगते हैं, जब वे सवाल करते हैं, जब वे अपनी सीमाओं को चुनौती देना शुरू करते हैं। अगर आप भी विश्वास करते हैं कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना नहीं बल्कि समझ पैदा करना है, तो यह कोर्स आपके लिए है। आइए मिलकर एक ऐसी पीढ़ी तैयार करें जो सिर्फ जवाबों की खोज में नहीं, बल्कि नए सवाल खड़े करने की हिम्मत रखती हो।
- 4 Sections
- 13 Lessons
- 10 Weeks
- सप्ताह 1: रचनात्मक सोच की समझसप्ताह 2: प्रेरक वातावरण का निर्माण3
- सप्ताह 2: प्रेरक वातावरण का निर्माण3
- सप्ताह 3: क्रिएटिव टेक्निक्स और एक्टिविटीज3
- सप्ताह 4: सतत विकास और मूल्यांकन4

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